पिछले दिनों हमने जयपुर में जब प्रगतिशील लेखक संघ की और से मखदूम जन्मशती कार्यक्रम आयोजित किया तो मीडिया के कई दोस्तों ने नेट पर मखदूम साहब की तस्वीरें तलाशीं, तो उन्हें निराशा हुई। हमने भी सोचा किइस बारे में कुछ किया जाना चाहिए, सो मखदूम साहब के सुपुत्र नुसरत से गुजारिश कीउन्होंने जो तस्वीरें हमें उपलब्ध कराईं, उन में से कुछ तस्वीरें यहाँ पोस्ट कर रहें हैं। अगली बार कुछ और तस्वीरें दोस्तों के लिए उपलब्ध करायेंगे।
अपने ही ख्यालों में गम हैं मखदूम साहब।
एक अन्तरंग दोस्त से बतियाते हुए मखदूम।
दोस्तों की एक महफ़िल में मखदूम।










बहुत बढ़िया। हो सके तो उनके साथ के लोगों के नामभी दीजिएगा. और हुसैन की पेंटिंग में मख्दूम का कौन सा शेर है, ये भी बताइगा
जवाब देंहटाएंसंग्रहनीय चित्र ... अच्दे हैं सारे।
जवाब देंहटाएंपानी में लगी आग परीशान है मछली
जवाब देंहटाएंकुछ शोला बदन उतरे हैं पानी में नहाने।