tag:blogger.com,1999:blog-2406626202047493142.post1953572990749100918..comments2023-04-25T01:18:51.828-07:00Comments on प्रगतिशील लेखक संघ: युवा दखल: साहित्यकार की जगह सडक नहीं होतीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/13562041392056023275noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2406626202047493142.post-45821870808774473722010-01-04T07:45:43.977-08:002010-01-04T07:45:43.977-08:00लेखक भी एक आम आदमी होता है, दाल रोटी उसके भी सरोका...लेखक भी एक आम आदमी होता है, दाल रोटी उसके भी सरोकार हैं, तो आम आदमी के साथ सड़क पर उतरने में कोई दिक़्क़त नहीं होनी चाहिए. जो सड़क पर उतर नहीं सकता, पता नहीं किस मुँह से अपने को साहित्यकार कहता है....अजेयhttps://www.blogger.com/profile/05605564859464043541noreply@blogger.com